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Barah Mahine Ki Kahaniya


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مرجع كتاب
المطور: Mohit Agarwal
حر

एप्लिकेशन व्रतों के प्रति अपनी भक्ति बढ़ाने के लिए एक समृद्धि से भरा स्रोत है। इस एप्लिकेशन में हिन्दू कैलेंडर के हर महीने के व्रतों के सम्पूर्ण जानकारी के साथ-साथ, व्रत कथा, व्रत विधि, और आवश्यक सामग्री की सूची प्रदान की जाती है।

मुख्य विशेषताएँ:

हिन्दू 12 महीने व्रत:
इस एप्लिकेशन में साल के हर महीने के व्रतों की पूरी सूची है, जिससे उपयोगकर्ता आसानी से उनकी प्राथमिकताओं के अनुसार अपने व्रतों को चुन सकते हैं।

व्रत कथा:
हर व्रत के साथ संबंधित कथा उपलब्ध है, जो उपयोगकर्ताओं को व्रत का महत्व समझने में मदद करती है और उन्हें भक्तिभाव से भरा अनुभव प्रदान करती है।

व्रत विधि:
प्रत्येक व्रत के सही पालन के लिए विस्तृत व्रत विधि उपलब्ध है, जिसमें आवश्यक कदमों और आचारणों का स्पष्ट विवरण होता है।

सामग्री की सूची:
व्रतों के लिए आवश्यक सामग्री की सूची उपलब्ध है, जिससे उपयोगकर्ताएं सही सामग्री को एकत्र करने में सहायता पा सकती हैं।

यहाँ एप्लिकेशन में शामिल किए जाने वाले हिन्दू कैलेंडर के महीनों की सूची है:

चैत्र:
यह महीना हिन्दू पंचांग के अनुसार वर्ष की शुरुआत को दर्शाता है और विशेष रूप से होली के त्योहार के रूप में मनाया जाता है।

वैशाख:
इस महीने में हिन्दू कैलेंडर के अनुसार विशेष महत्वपूर्ण साकारात्मक आयोजन होते हैं, जैसे कि अक्षय तृतीया।

ज्येष्ठ:
यह महीना शिवरात्रि के महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में जाना जाता है, जो शिवजी की पूजा में विशेष भक्ति के साथ मनाया जाता है।

आषाढ़:
इस महीने के अंत में श्रावण मास शुरू होता है, जिसमें कानवर यात्रा और महाशिवरात्रि होते हैं।

श्रावण:
यह महीना भगवान शिव के लिए विशेष रूप से पूर्वत्रितया, रक्षाबंधन और नाग पंचमी के रूप में प्रसिद्ध है।

भाद्रपद:
इस महीने के अंत में गणेश चतुर्थी होता है, जो भगवान गणेश की पूजा में आत्मनिर्भरता और भक्ति के साथ मनाया जाता है।

आश्वयुज:
यह महीना नवरात्रि के रूप में मनाया जाता है, जिसमें देवी दुर्गा की पूजा के नौ दिन होते हैं।

कार्तिक:
इस महीने के अंत में दिवाली, कार्तिक पूर्णिमा और तुलसी पूजा होती हैं, जो भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा के साथ मनाया जाता है।

मार्गशीर्ष:
इस महीने के शुरू होते ही विशेष रूप से व्रतों का कारण होता है, जो साधना और भक्ति के साथ मनाए जाते हैं।

पौष:
इस महीने में सर्वाधिक सर्दी होती है, और इसके दौरान मकर संक्रांति और लोहड़ी जैसे त्योहारों की पूजा होती है।

माघ:
इस महीने में माघ स्नान और मकर संक्रांति के रूप में विशेष रूप से माना जाता है।

फाल्गुन:
यह महीना होली, हिन्दू पंचांग के अनुसार साल का अंत करता है, और भगवान कृष्ण की पूजा के साथ मनाया जाता है।